दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा कि अपने ऊपर हुए हमले के बावजूद उनकी हिम्मत और संकल्प पहले से कहीं ज्यादा मजबूत हुए हैं। उन्होंने कहा कि उन्हें तूफानों से लड़ने की आदत है और वह किसी भी आसुरी शक्ति से डरने वाली नहीं हैं।
मुख्यमंत्री दिल्ली विश्वविद्यालय के श्रीराम कॉलेज ऑफ कॉमर्स (एसआरसीसी) के वार्षिक समारोह में बोल रही थीं। कॉलेज परिसर में विद्यार्थियों, शिक्षकों और पूर्व छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने अपने छात्र जीवन को याद किया। उन्होंने कहा कि डूसू अध्यक्ष रहते हुए एक प्रदर्शन में उन्हें गंभीर चोटें आई थीं, लेकिन उस समय भी उन्होंने हार नहीं मानी थी। आज भी वही जज़्बा और संघर्ष का संकल्प उनके साथ है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली की जनता ही उनकी सबसे बड़ी ताकत है और इसी आशीर्वाद के बल पर वह लगातार काम करती रहेंगी। उन्होंने दो टूक कहा कि जब तक दिल्ली को उसके अधिकार नहीं मिल जाते, वह न डरेंगी, न थकेंगी और न ही हार मानेंगी।
रेखा गुप्ता ने अपनी प्राथमिकताओं को साझा करते हुए कहा कि उनकी सबसे बड़ी प्राथमिकता दिल्ली को विश्वस्तरीय शैक्षणिक हब बनाना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली में पहले से ही बेहतरीन कॉलेज और विश्वविद्यालय हैं, अब ज़रूरत है कि इन्हें आधुनिक सुविधाओं, उन्नत इंफ्रास्ट्रक्चर और विश्वस्तरीय फैकल्टी से सुसज्जित किया जाए। उन्होंने कहा कि इससे छात्रों को विदेश जाने की बजाय यहीं रहकर अपने करियर और देश का भविष्य संवारने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों से अपील की कि देश की प्रगति केवल सरकारों के भरोसे संभव नहीं है, बल्कि हर नागरिक, हर छात्र और हर प्रोफेसर को अपनी भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि छोटे से छोटा योगदान भी जब राष्ट्र के नाम होता है, तो उसका प्रभाव बड़ा होता है।
कार्यक्रम के अंत में उन्होंने एसआरसीसी की सराहना करते हुए कहा कि यह कॉलेज न सिर्फ दिल्ली विश्वविद्यालय, बल्कि पूरे एशिया का सर्वश्रेष्ठ कॉमर्स कॉलेज है, जिसने अकादमिक्स, खेल, सांस्कृतिक और सामाजिक गतिविधियों में हमेशा उत्कृष्ट पहचान बनाई है।
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