Tuesday, June 10, 2014

आधारभूत संरचना विकास के लिए समग्र रोडमेप तैयार करने की जरूरत- राजे

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने प्रदेश में आधारभूत संरचना विकास के लिए विदेशी निवेशकों द्वारा प्रदर्शित की जा रही रूचि का स्वागत करते हुए कहा है कि इच्छुक निवेशकों, विशेष कर जापान और यू.के. के साथ साझा रणनीति तैयार करने के लिए एक समग्र रोडमेप तैयार करने की जरूरत है।
राजे सोमवार को नई दिल्ली में इंडिया सेन्टर फाउण्डेशन और इंडिया इन कार्पोरेट द्वारा जापान एवं यू.के. के निवेशकों द्वारा राजस्थान में निवेश की संभावनाओं पर आयोजित संयुक्त प्रस्तुतीकरण बैठक को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि क्षेत्राफल की दृष्टि से भारत के सबसे बड़े प्रदेश राजस्थान का समग्र विकास हमारी सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।प्रदेश में सोलर ऊर्जा सड़क नगरीय विकास, स्वास्थ्य, शिक्षा, पर्यटन, जल संसाधन, कृषि आदि विभिन्न क्षेत्रों में आधारभूत विकास संरचना विकास के लिए निवेश की व्यापक संभावनाएं मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि दिल्ली-मुम्बई औद्योगिक एवं रेल फ्रेट कोरीडोर का लगभग 38 प्रतिशत हिस्सा राजस्थान से गुजरेगा। साथ ही इसके समानान्तर और भी कोरीडोर विकसित होना प्रस्तावित है। देश की राजधानी दिल्ली से नजदीक होने से कई देशी-विदेशी निवेशक राजस्थान की ओर आकर्षित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि नीमराना में विकसित किए गये जापानी -जोनमें हम पहले से ही जापान के साथ काम कर रहे हैं। नीमराना के निकट गिलोट में दूसरा जापानी जोन और दक्षिण कोरियाई जोन भी प्रस्तावित है।
          रेगिस्तान प्रधान राजस्थान की अपनी अलग  भौगोलिक परिस्थितियाँ हैं, जिसमें आधारभूत संरचना विकास किसी चुनौती से कम नहीं है। इसलिए यह जरूरी नहीं है कि इस क्षेत्र में अन्य राज्यों में किए गये कार्य राजस्थान की परिस्थितियों के अनुकूल व्यावहारिक धरातल पर खरे उतर सके। अतः राजस्थान में निवेश के लिए एक समग्र दृष्टिकोण को अपना कर व्यापक रणनीति और रोडमेप बनाना जरूरी है। उन्होंने सुझाव दिया कि यू.के. और जापान  के प्रतिनिधि राज्य के मुख्य सचिव और अतिरिक्त मुख्य सचिव के साथ प्रारंभिक चर्चा शुरू कर एक सर्वग्राह्य रोडमेप तैयार करे।

कांग्रेस विधायकों ने किया घेराव


                   

सिंधी भाषा के गीत और नृत्य की विधाओं पर बच्चों को दिया प्रशिक्षण

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।दिल्ली सरकार भाषाओं के विकास तथा उनमें गढ़ी गई कला और संस्कृति के प्रचार व विस्तार के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित कर रही है। सरकार की सिंधी अकादमी  ने दिल्ली के विभिन्न इलाकों में सिंधी भाषा, कला एवं संस्कृति के प्रचार-प्रसार हेतु विभिन्न सांस्कृतिक बाल कार्यशालाओं का आयोजन किया है। इन कार्यशालाओं के माध्यम से बच्चों को सिंधी गीत, नाटक और नृत्य की विधाओं में निःशुल्क प्रशिक्षण प्रदान किया जा रहा है।
                              सिंधी अकादमी के सचिव सिंधु मिश्रा ने बताया कि सिंधी अकादमी पिछले पांच वर्षो से ग्रीष्मकालीन अवकाश के दौरान बच्चों के लिए महीने भर की कार्यशालाओं और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करती आ रही है। प्रत्येक वर्ष में इन कार्यशालाओं व सांस्कृतिक कार्यक्रमों की लोकप्रियता में निरंतर वृधि के साथ -साथ बच्चों की रुची और उनकी संख्या भी बढ़ी है।
मिश्रा ने बताया कि इस वर्ष, अकादमी ने 24 केंद्रों पर 29 कार्यशालाओं का आयोजन किया है। इन कार्यशालाओं में तैयार किये गए सिंधी नाटक, गीत एवं नृत्य का मंचन ‘‘सिंधी बाल उत्सव’’ के रूप में 8 से 12 जून आई पी इस्टेट स्थित इण्डियन काउंसिल फार कल्चरल रिलेशंस , आजाद भवन आडीटोरियम, में किया जाएगा।

दिल्ली की सड़को पर घूम रही मौत

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।प्रतिबंधित समय के वावजूद लगातार दिल्ली की सड़को पर भारी वाहन दौड़ रहे है।अगर दिल्ली में सड़क दुर्घटनाओं पर गौर करे तो जितने लोग बस, टैंपो, ऑटो रिक्शा आदि वाहनों की चपेट में नहीं आते, उससे कहीं ज्यादा राजधानी में समय सीमा के बाद प्रवेश करने वाले ट्रक, डंपर, टैंकरों के पहिये तले रौंदे जा रहे हैं।
                                    राजधानी के जोड़ने वाले नौ हाईवे से प्रतिदिन 13 लाख भारी वाहनों की आवाजाही होती है। इसके पहले सेंट्रल रोड रिसर्च इंस्टीट्यूट  की एक रिपोर्ट में बताया जा चुका है कि यातायात से संबंधित दिल्ली में जो समस्या है इसमें 15 फीसद भारी मालवाहक वाहनों के कारण हैं। अक्सर भारी वाहनों के कारण दिल्ली के राष्ट्रीय राजमार्ग-दुर्घटनाये होती रहती है।इन दुर्घटनाओं में अब तक कई लोगों की जाने जा चुकी है ऐर की लोग जख्मी हो चुके है।
                         यातायात पुलिस की मानें तो सड़क दुर्घटना में जितने लोगों की मौत होती है इसमें 15 फीसद हिस्सा इन भारी वाहनों का होता है। भारी वाहनों में भी जो प्रतिबंधित समय में दिल्ली की सीमा में घुसते हैं तो पकड़े जाने से बचने के लिए गति-सीमा का भी पालन नहीं करते। ऐसे वाहनों पर कार्रवाई की बात करें तो सिर्फ चंद रुपये का चालान होने से खौफ नहीं के बराबर होता है।

                                 

उपराज्यपाल ने किया व्यय वित्त समिति गठन

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी। दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने दिल्ली के लिए सात सदस्यीय व्यय वित्त समिति का गठन किया है। दिल्ली के मुख्य सचिव एस के श्रीवास्तव को इस समिति का अध्यक्ष बनाया गया हैवहीं प्रधान सचिव वित्त एवं योजना डा. एम एम कुट्टीसचिव लोक निर्माण विभाग अरूण बरोकानिदेशक योजना  बी के शर्मासंबंधित विभाग के प्रधान सचिवसंबंधित विभाग के विभागाध्यक्ष और वित्त विभाग के उपसचिव इस समिति के सदस्य नियुक्त किए गए है।

                                     यह व्यय वित्त समिति दिल्ली सरकार के सभी विभागों से संबंधित योजनाओंकार्यक्रमोंपरियोजनाओं और निर्माण संबंधी कार्यों की मंजूरी प्रदान करेगी। इस व्यय वित्त समिति का गठन सरकार के लिए इसलिए महत्वपूर्ण है कि सरकार की अधिकतर योजनाओं व परियोजनाओं की मंजूरी इसी समिति की परिधि के कार्यक्षेत्र में आती है। वित्त विभाग के अनुसार सरकार के विभिन्न विभागों के निर्माण संबंधी व्यय की मंजूरी प्रदान करने के लिए संबंधित विभाग के प्रधान सचिव व सचिव पांच करोड़ तक की धनराशि के लिए अधिकृत है, वहीं पांच करोड़ से अधिक व दस करोड़ तक की मंजूरी प्रदान करने के लिए वित्त विभागदस करोड़ से सौ करोड़ रुपए तक की मंजूरी प्रदान करने के लिए व्यय वित्त समिति और सौ करोड़ से उपर के खर्च की मंजूरी प्रदान करने के लिए मंत्रीमंडल या मंत्रीमंडल के न होने पर उपराज्यपाल अधिकृत है।

नयी दिल्ली स्टेशन पर नहीं बना अंडरपास

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशन नई दिल्ली स्टेशन को विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने की योजना आज तक पूरी नहीं हो पायी ,अधिकारियों को ढुलमुल रवैये के कारण यात्रियों की सुविधा वाली यह योजना परवान नहीं चढ़ सकीयात्रियों की सुविधा के लिये इस योजना पर तत्काल पहल शुरू हो जानी चाहिए थी। इस समय स्टेशन के जर्जर पड़े फुट ओवरब्रिज कई जगह से टूटने लगे हैं ।कई जगह तो सिढियों के किनारे भी चुट गये है,जिसके कारण कई बार तो यात्री फिसल कर गिर जाते है। जो रेल प्रशासन सिड़ियों की मरमत नही कर सकता है उससे करोड़ों रुपये की लागत से अंडरपास बनाने की योजना की परवान चढ़ने की उम्मीद कैसे की जाए। नतीजन रेलवे की इस महत्वकांछी योजना को ठंडे बस्ते में डाल गया है।
                              नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिये अंडरपास बनाने की योजना करीब साढ़े चार साल पहले ही रेलवे प्रशासन ने तैयार कर ली थी। इस अंडरपास को फुट ओवरब्रिज को यात्री और मालवाहक वाहनों के आवागमन के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था।               
                  अगर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन अंडरपास बन गया होता तो इससे सबसे ज्यादा फायदा बुजुर्ग व बीमार यात्रियों के साथ सामान लेकर ट्रेन पकड़ने प्लेटफार्म पर जाने वाले यात्रियों को होता। क्योंकि इससे यात्रियों को सीढि़यां चढ़ने-उतरने की परेशानी दूर हो जाती। साथ ही पार्सल ले जाने वाले यात्रियों को भी आसानी होती। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लगभग हर दिन पांच लाख से अधिक यात्रियों का आवागमन होता है।
इस सन्दर्भ में जानकारों का कहना है कि स्टेशन पर अंडरपास बन जाने से सरकार को भी राजस्व का फायदा होता। इस अंडर पास के बनने से लोग बिना फुट ओवरब्रिज पर चढ़े प्लेटफार्म तक पहुंच जाते। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अंडरपास बनने के विषय में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पैसे की कमी के कारण योजना को अमली जामा पहनाने में देरी जरूर हो रही हैलेकिन इसे खत्म नहीं किया गया है। हमारी कोशिश हैं कि जल्द ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अंडरपास का काम शुरू हो।

Friday, June 6, 2014

विश्व पर्यावरण दिवस


भाजपा ने की सफाई कर्मचारियों की अनदेखी: लवली

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी। दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अरविन्दर सिंह ने ने  भारतीय जनता पार्टी पर आरोप लगाया है कि  भाजपा जब-जब शासन में आयी है, राजधानी के सफाई कर्मचारियों के हितों की न केवल पूरी तरह अनदेखी की गई है बल्कि सैद्धांतिक रुप से भाजपा  बाल्मीकि समाज व राजधानी में कार्यरत दैनिक वेतन भोगी कर्मचारियों व गरीब आदमियों के पूरी तरह खिलाफ है। भाजपा शासित राजधानी के तीनों निगमों में जिस तरीके से सफाई कर्मचारियों का शोषण हो रहा है वो न केवल इसकी जीती जागती मिशाल है ,बल्कि भाजपा की गरीब व दलित विरोधी नीति व नियत को दर्शाता है। दिल्ली नगर निगम सर्व कर्मचारी भारतीय लोकहित मोर्चा के तत्वाधान में चल रहे सफाई कर्मचारियों व दैनिक वेतनभोगी कर्मचरियों के द्वारा जंतर मंतर पर दिए जा रहे धरने पर बैठे लोगों को सम्बोधित करते हुये अरविन्दर सिंह ने यह बात कहीं ।

टैक्स चोरी के मामले में 38 व्यापारियों पर कर विभाग ने की कार्यवाई

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी। फर्जी डीलरों और करचोरी करने वालों की संख्या को लगातार  बढ़ता देख  दिल्ली सरकार के व्यापार एवं कर विभाग ने  एक व्यापक अभियान चलाया । इस अभियान के तहत 38 व्यापारिंयों पर प्रशासन ने की कार्यवाही ।
                                        दिल्ली व्यापार एवं कर विभाग के आयुक्त प्रशांत गोयल ने बताया कि विभाग ने छापामार दस्ते बनाकर दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में कर की चोरी करने वाले व्यापारियों और फर्मों का पता लगाने और कार्रवाई करने के लिए भेजे। प्रवर्तन शाखा के अधिकारियों बनी विभिन्न निरीक्षण टीमों ने पूरे शहर में छापेमारी कर कर चोरों और फर्जी डीलरों का पता लगाया।
                                  गोयल ने आगे बताया  कि व्यापार एवं कर विभाग संबंधी प्रावधानों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की गई है। विभाग ने 05 डीलरों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने के लिए विभिन्न क्षेत्रों के पुलिस स्टेशनों के प्रमुखों से अनुरोध किया है वहीं 20 डीलरों के पंजीकरण रद्द कर दिये गये है। साथ ही साथ 09 फर्जी डीलरों के परिसरों को सील भी कर दिया है। इसके अलावा 03 डीलरों के बैंक खातों के विवरण संलग्न किये गये हंै और 01 डीलर के खिलाफ दर्ज एफआईआर दर्ज की गई है ।विभाग ने जब से सारा डाटा कंप्यूटरों में दर्ज करना आरंभ किया गया है तब से ये गड़बडि़यां पकड़ में आयी है। फर्जी व्यापारियों पर प्राथमिकी दर्ज कराना प्रारंभ कर दिया है।धोखाधड़ी करने वाले व्यापारियों, फर्जी व्यापारियों, फर्जी फर्मों और करचोरों के विरूद्ध सरकार अपना अभियान जारी रखेगी और नियमों का उल्लंघन करने वाले व्यापारियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई करेगी



एनडीएमसी ने मनाया विश्व पर्यावरण दिवस मनाया

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी। नई दिल्ली नगरपालिका परिषद् (एनडीएमसी)ने चाणक्यपुरी स्थित नेहरू पार्क में एक सादे समारोह में विश्व पर्यावरण दिवस मनाया । इस अवसर पर नई दिल्ली की सांसद मीनाक्षी लेखी ने नेहरू पार्क में पौधारोपण करके इस समारोह का उद्घाटन किया।
                         नेहरू पार्क में इस वृक्षारोपण अभियान के अंतर्गत विभिन्न प्रजातियों के लगभग 100 पौधे लगाए गए, जिनमें गुलमोहर, मौलश्री, इंडिका, फाइक्स, टकोमा, अर्जेनटीना के सौ पौधे और बोग्नवेलिया, हेमेलिया तथा लंताना प्रजाति की 250 झाडियों का भी रोपण किया गया ।
                       एनडीएमसी के अध्यक्ष जलज श्रीवास्तव ने बताया कि पालिका परिषद् क्षेत्र की हरियाली बनाए रखने के लिए प्रतिवर्ष 5 से 10 हजार पौधो का रोपण करती है, जिससे कि इस क्षेत्र में हो रहे विकास कार्यों के कारण या टूट गए पेडों के कारण आई हरियाली की कमी को पूरा किया जा सके ।एनडीएमसी अपने क्षेत्र में पांच बडे़ उद्यानों लोदी गार्डन, तालकटोरा गार्डन, नेहरू पार्क, संजय झील और शांतिपथ के साथ-साथ 128 काॅलोनी पार्कों, 52 स्कूल पार्कों, 50 गोल चैराहों, 30 हजार से अधिक सड़क किनारे लगे वृक्षों और केन्द्र लोक निर्माण विभाग की आवासीय काॅलोनियों के 981 पार्कों का भी रखरखाव करती है ।

                 इस अवसर पर एनडीएमसी के सचिव निखिल कुमार, विधायक व एनडीएमसी सदस्य सुरेन्द्र सिंह , सुका राम तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी पौधारोपण किया ।

गाड़ियों के बोझ तले दबा कनाट पैलेस

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी। दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनाट पैलेस में लोगों को पार्किंग के भाव का सामना करना पड़ रहा है। बड़ी संख्या में यहां की  दुकानों में खरीदारी के लिए न सिर्फ दिल्ली के लोग आते है, बल्कि बाहर से भी लोग आते हैं। विभागीय अनदेखी के चलते इस बाज़ार में खरीदारी करने वाले लोगों को अक्सर पार्किंग की समस्या का सामना करना पड़ता है। शाम के वक्त इस बाजार की स्थिति यह है कि यहां पैर रखने तक की जगह नहीं होती है।कनाट पैलेस में जगह-जगह नयी दिल्ली मगर पालिका परिषद ने पर्किंग बना रखी है,लेकिनबाजार में आने वाले ग्राहकों की अपेक्षा यह काफी कम है। जिसके चलते लोग इधर-उधर वाहन खड़ा करने लगते है। इससे यहां आने वालों और दुकानदारों को काफी समस्या हो रही है। कई दफा तो लोग दुकानों के सामने ही वाहन पार्क करके चले जाते हैं, जिससे रास्ता बंद हो जाता है। खासतौर पर सुबह और शाम तो यह समस्या हद से ज्यादा बढ़ जाती है। पार्किंग के अभाव के चलते कई बार लोगों में मारपीट तक हो जाती है। शनिवार और रविवार के दिन तो स्थिति और बदतर हो जाती है क्योंकि इस दौरान भारी संख्या में लोग बाजार में खरीदारी करने आते हैं। ऐसे में लोगों को लिए दुकान तक पहुंचने में ही काफी मशक्कत करनी पड़ जाती है।