नई दिल्ली,26 अप्रैल ,आकाश द्विवेदी। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी द्वारा सिख धर्म तथा इतिहास की एक छत के तले जानकारी देने के लिए निर्मित किया जा रहा इन्टरनेशनल सैंटर फाॅर सिख स्टडीज अपनी अनूठी दिखावट के कारण पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बनेगा। यह दावा कमेटी अध्यक्ष मनजीत सिंह जी.के. ने गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब परिसर में बन रहे उक्त सांस्कृतिक केन्द्र के निर्माण कार्यो का जायजा लेने के दौरान किया। जी.के. ने बताया कि नई मल्टीमीडिया तकनीक के द्वारा सिख इतिहास की जानकारी नये तरीके के साथ देने वाला सिख कौम का यह गौरवशाली संस्थान होगा। दिल्ली कमेटी द्वारा इसे बनाये जाने की जरूरत के बारे में पूछने पर जी.के. ने कहा कि सिखों ने इतिहास बनाया जरूर है पर संभाला नहीं। किसी भी धर्म के महापुरूषों या गुरूओं ने लोकभलाई के लिए इतनी कुर्बानी नहीं दी ंिजतनी सिखों के हिस्से आई है पर इसके बावजूद सिखों का इतिहास गुरू घर की चारदीवारी से बाहर निकाल कर दूसरे धर्माे के लोगों तक पहुंचाने में हमें कम कामयाबी मिली है। जी.के. ने कहा कि सिख हमेशा ही सरबत का भला मांगता है इसलिए परेशानी के समय मानवता की सेवा में सदैव आगे नजर आता है। जी.के. ने कहा कि गुरु नानक देव ने हमें भोजन तथा भजन का लंगर चलाने के लिए प्रेरणा की थी पर सामाजिक जरूरतों को पूरा करने तथा समाज के साथ कदमताल करने के लिए हमें विद्या तथा ज्ञान के लंगर लगाते हुए जरूरी तौर पर चलना कौम के बच्चों का भविष्य तथा सिखी की चढदीकला के लिए जरूरी हो गया है। जी.के. ने कहा कि जिस तेजी के साथ इस प्रोजैक्ट पर कार्य चल रहा है उस हिसाब से अगले 6 महीनों में यह प्रोजैक्ट पूरा होने की उम्मीद है। जी.के. ने उक्त स्थान से गुरबाणी तथा सिख इतिहास को मल्टीमीडिया तकनीक से अन्र्तराष्ट्रीय स्तर की पेशकारी होने की भी आशा जताई। इस अवसर पर कमेटी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महिन्द्रपाल सिंह चड्डा, धर्मप्रचार कमेटी चेयरमैन परमजीत सिंह राणा, कमेटी सदस्य परमजीत सिंह चंढोक, जतिन्दरपाल सिंह गोल्डी, गुरविन्दर पाल सिंह तथा शिरोमणी कमेटी सदस्य गुरमिन्दर सिंह मठारू मौजूद थे।
Tuesday, April 26, 2016
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