Thursday, April 21, 2016

भलस्वा सेनेटरी लेण्डफिल साईट में आग राजनीतिक साजिश नहीं ,एक प्राकृतिक प्रक्रिया -विजेन्द्र गुप्ता

नई दिल्ली,21 अप्रैल,काश द्विवेदी।विधान सभा में प्रतिपक्ष के नेता विजेन्द्र गुप्ता ने आज भलस्वा सेनेटरी लेण्डफिल साईट में आज सुबह लगी दुर्भाग्यपूर्ण आग को लेकर आम आदमी पार्टी की तरफ से पर्यावरण मंत्री इमरान हुसैन, चेयरमेन जलबोर्ड कपिल मिश्रा, आशुतोष, दिलीप पांडे, जैसे अनेक बड़े नेताओं द्वारा ट्वीट पर ट्वीट करके इसे राजनीतिक साजिश करार दिये जाने की कड़ी भत्र्सना करी है । उनका यह कहना राजनीतिक दुर्भावना से परिपूर्ण है कि यह सब भाजपा ऑड-इवन को फैल करने के लिए अपना रही है । विपक्ष के नेता ने कहा कि सेनेटरी लैण्डफिल साईट पर आग लगना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है । इसे किसी राजनीतिक भावना अथवा इरादे से जानबूझकर नहीं लगाया गया है । यह समस्या प्रारम्भ लम्बे समय से विद्यमान रही है । भारत ही नहीं अपितु विदेशों के लैण्डफिल स्थलों में गर्मी के मौसम में आग लगना एक स्वाभाविक क्रिया है । कूड़े के ढेर में मीथेन गैस व अन्य गैसीय तत्व आपस में मिलकर आग पैदा करते हैं । गर्मी के दिनों में आग लगने की ज्यादा सम्भावना रहती है । चॅंूकि आज प्रातः गति से हवा भी चल रही थी, आग ने जोर पकड़ लिया । इस प्रकार की आग पिछले अनेक वर्षों में कई बार लग चुकी है । गुप्ता ने कहा कि चूंकि आज की आग आड-इवन स्कीम के असफल क्रियान्वयन के दौरान लगी है इसलिए आम आदमी पार्टी इसे छिपाने के लिये भाजपा को दोष दे रही है । एक प्राकृतिक प्रक्रिया को राजनीति से जोड़ना किसी भी दृष्टि से उचित नहीं है । दिल्ली प्रदूषण नियत्रंण कमेटी इस वर्ष फरवरी तथा मार्च में स्थलों का निरीक्षण कर चुकी है । उसने पाया कि लेण्डफिल साईटें अपने निर्धारित जीवन से कई वर्ष अधिक काम कर चुकी हैं और विद्यमान परिस्थितियों में बहुत कुछ कर पाना सम्भव नहीं है । गुप्ता ने जानकारी दी कि भलस्वा सेनेटरी लैण्डफिल स्थल को 1994 में स्थापित किया गया था, जबकि म्यूनिसिपल सालिड-वेस्ट के नियम वर्ष 2000 में लागू हुये । यहां पर उत्तरी तथा दक्षिणी दिल्ली का लगभग 2200 मीट्रिक कूड़ा डम्प किया जाता है । यहीं नहीं गाजीपुर तथा ओखला में भी स्थित सेनेटरी लेण्डफिल साईट उक्त नियमों के वर्ष 2000 में लागू होने से पूर्व के बने हुये हैं । दिल्ली के तीनों विद्यमान लेण्डफिल साईट उक्त नियमों के लागू होने से पहले निर्मित होने के कारण उस समय के निर्धारित नियमों के अनुसार निर्मित किये गये थे । गुप्ता ने जानकारी दी कि भलस्वा, ओखला तथा गाजीपुर सेनेटरी लेण्डफिल साईटों में आग की रोकथाम के लिये समय समय पर उपरी सतह पर मिट्टी व मलबा डाला जाता है । इसके अतिरिक्त पानी का छिड़काव भी किया जाता है । AKASH DWIVEDI

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