Friday, December 12, 2014

2017 तक इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग के 125 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान

नई दिल्ली, आकाश द्विवेदी। कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अप्लाइंसेज  निर्माता एसोसिएशन (सीईएएमए) ने अपने 35वें सालाना समारोह को संपन्न किया। इस अवसर पर   मुख्य अतिथि  जना व रक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  राव इंद्रजीत सिंह, विषिश्ट अतिथि माननीय सांसद  आर. एन. धूत, संचार और सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव, आईएएस,  आर. एस. शर्मा के साथ ही सीईएमएमए के अध्यक्ष अनिरुद्ध धूत, सीईएएमए के निर्वाचित अध्यक्ष  मनीश शर्मा सहित उद्योग से जुड़े अन्य दिग्गज षख्सियत मौजूद थे।

सालाना समारोह में माननीय योजना एवं रक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार)  राव इंद्रजीत सिंह ने एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया के प्रबंध निदेषक  सून वाॅन (ैववद ज्ञूवद) को मैन आफ इलेक्ट्रॉनिक्स पुरस्कारसे सम्मानित किया। यह पुरस्कार भारतीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं अप्लाइंसेज उद्योग में वर्शों तक उनके योगदान को देखते हुए दिया गया है। भारत में घरेलू कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स उद्योग का तेजी से विकास हो रहा है और यह जल्द ही दुनिया का पांचवां सबसे कंज्यूमर ड्यूरेबल्स बाजार बनने की ओर अग्रसर है। दिग्गज हस्तियों की मौजूदगी वाले इस सत्र में उद्योग के अुगआ और सीईएमएमए के सदस्यों ने प्राथमिकता वाले क्षेत्रों पर ध्यान दिया गया और इस उद्योग की राह में आने वाली चुनौतियों को सहयोगात्मक दृश्टिकोण से समाधान पर चर्चा की, साथ ही वैष्विक उद्योग के लिए मजबूती से साथ मिलकर काम करने पर भी विचार किया गया।
सीईएएमए विनिर्माताओं को एक मंच पर लाकर सीई और एचए के क्षेत्र में आगे की राह तय करने के लिए विचार-विमर्ष का मौका उपलब्ध कराता है और प्रभावी तरीके से विनिर्माण के विकास को बढ़ावा देने में लगा है। विनिर्माण क्षेत्र के विकास को ध्यान में रखते हुए सीईएएमए माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दृश्टिकोण मेक इन इंडियाका समर्थन करते हुए वैष्विक बाजार में पैठ मजबूत करने और भारत में विनिर्माण और निवेश को बढ़ावा देने के लक्ष्य के तहत काम कर रहा है। उद्योगों को स्वेदसी विनिर्माण का रास्ता साफ करने के लिए कंपोनेंट्स और कच्चे माल के लिए घरेलू संसाधनों और स्रोतों की संभावनाओं की तलाष करने के लिए साथ मिलकर काम करने की जरूरत है।

   राव इंद्रजीत सिंह ने कहा, ‘‘भारत में वैष्विक बाजारों की जरूरतों के लिए इलेक्ट्रॉनिक्स हार्डवेयर के विकास और विनिर्माण की अपार संभावनाएं हैं, साथ ही वैश्विक बाजार में अपनी हिस्सेदारी बढ़ाने और देष में भविश्य की जरूरतों को पूरा करने में भी सक्षम है। इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र के विकास से देष के रक्षा क्षेत्र को भी मजबूती प्रदान की जा सकती है। 

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