नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।कड़कती ठंड में बेघर लोगों को बचाने के लिए दिल्ली प्रशासन के पास कोई ठोस इंतजाम नहीं है। दिसंबर माह शुरू हो जाने के बाद भी अभी रैनबसेरो की स्थिती खस्ताहाल है। हर साल दिसंबर के महिने में जाड़े की शुरूआत में ही प्रशासन की तरफ से रैनबसेरा को लेकर अफरातफरी मची रहती है। रैनबसेरा के लिए समाजिक संस्थाओं से भी सहयोग मांगा जाता है,लेकिन रैन बसेरो की स्थिती में कोई सुधार नहीं हुआ है। कहीं रैन बसेरो में पानी की सुविधा नहीं ,तो कहीं लोगों के पास ओढ़ने को कम्बल नहीं है।इसके साथ ही रैन बसेरो में रहने वाले लोगों के लिए टॉयलेट वैन व मोबाईल क्लिीनिकों का भी अभाव है।
इस बैठक में मुख्य कार्यकारी अधिकारी, सचिव, वित, तीनों निगम आयुक्त, प्रधान आयुक्त डी.डी.ए, पुलिस आयुक्त तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।बैठक में जल बोर्ड को निर्देश दिये गये कि रैन बसेरों में पानी के टेंकर प्रतिदिन भरे जाए। बोर्ड को जहां पानी की मांग ज्यादा है वहां पानी के टेंकरों की क्षमता 500 लीटर से बढाकर 1000 लीटर के लिए भी कहा गया था।इसके साथ सचिव, स्वास्थ्य को प्रत्येक रैन बसेरें में सप्ताह में दो बार मोबाईल क्लिीनिक भेजने के निर्देश दिए गए थे। इन मोबाईल क्लिीनिकों में पर्याप्त मात्रा में दवाई आदि होनी चाहिए। मोबाईल टॉयलेट वैन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए थे।
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