Friday, December 12, 2014

भारत की व्यापार नीति की समीक्षा के लिए डब्ल्यू टी.ओ. की टीम ने किया भारत का दौरा

नई दिल्ली, आकाश द्विवेदी, संसद सत्रा के दौरान अलवर के सांसद  चांदनाथ ने लोकसभा में विश्व व्यापार संगठन दल के भारत दौरे का विषय उठाया।  चांदनाथ के सवाल का जवाब देते हुए केन्द्रीय वाणिज्य एवं उद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्रा प्रभार)  निर्मला सीताराम ने बताया कि भारतीय नीतियों का आकलन करने मुख्यतः जेनेवा में जून 2015 में आयोजित होने के लिए निर्धारित भारत की छठी व्यापार नीति समीक्षा करने के लिए डब्ल्यू टी ओ सचिवालय की एक टीम ने हाल ही में देश का दौरा किया था।
  सीताराम ने बताया कि डब्ल्यू टी ओ की व्यापार नीति समीक्षा तंत्रा (टीपीआरएम) के अनुसार भारत की व्यापार नीति की डब्ल्यू टी ओ में प्रत्येक चार वर्षो में एक बार समीक्षा करता है। भारत की पिछली व्यापार नीति समीक्षा वर्ष 2011 में आयोजित की गयी थी तथा अगली समीक्षा जून 2015 में होने के लिए निर्धारित है। समीक्षा प्रक्रिया के एक भाग के रूप में डब्ल्यू टी ओ सचिवालय किसी देश की पिछली समीक्षा के बाद व्यापार के बाद व्यापार के संबंध में हुए विकास पर एक विस्तृत सचिवालय रिपोर्ट तैयार करता है।
अठारह अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डो एवं नौ बंदरगाहों पर यात्रियों की इबोला जांच की व्यवस्था

    सांसद  चांदनाथ द्वारा उठाये गये इबोला वाइरस की बीमारी के विषय पर जवाब देते हुए केन्द्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्यमंत्री येसो नाईक ने बताया कि भारत में आने वाले इबोला के मामलों का पता लगाने के लिए 18 अन्तर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों और 9 प्रमुख बंदरगाहों पर यात्रियों के जांच की जा रही है। स्वास्थ्य इकाइयां हवाई अड्डों पर कार्य कर रही है और वहां पर प्रशिक्षित चिकित्सा और पैरामेडिकल स्टाफ तैनात किए गए हैं। अभी प्रभावित देशों से भारत में आने वाले उड़ानों का मार्ग सात अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, कोलकाता, बैंगलूर, हैदराबाद और कोच्चि) पर करने का निर्णय लिया गया है। संबंधित हवाई अड्डों पर थर्मल स्कैनर स्थापित किए गए है।

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