Friday, December 12, 2014

भारत में विश्व बैंक के साथ गांरटी समझौते पर हस्ताक्षर किये

भारत ने विश्व बैंक से 1100 मिलियन अमरीकी डॉलर का कर्ज लेने के लिए एक गांरटी समझौते पर हस्ताक्षर किये है। इसका इस्तेमाल पूरब के माल ढोने के समर्पित गलियारे के निर्माण में किया जाएगा। इस समझौते पर कल नई दिल्ली में वित मंत्रालय के आर्थिक मामलों के विभाग में संयुक्त सचिव, श्री तरुण बजाज और विश्व बैंक की तरफ से उनके कंट्री डायरेक्टर, श्री ओनो रुहल ने हस्ताक्षऱ किये। 

इस समझौते का उद्देश्य भारत में रेल परिवहन क्षमता में सुधार करना है।इस ऋण का इस्तेमाल कानपुर और मुगलसराय के बीच 393 किलोमीटर लम्बा माल वह्न गलियारा बनाना है। यह परियोजना पूर्वी समर्पित माल वाह्न गलियारे के निर्माण में दूसरे चरण के अंतर्गत बनाई जा रही है। इसके लिए विश्व बैंक 975 मिलियन अमरीकी डॉलर का ऋण दे रहा है।बन जाने पर इस परियोजना से उत्तर और पूर्वी भारत के उद्योगों को लाभ होगा तथा रेल यात्रियों को भी सुविधा होगी।

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