Friday, December 12, 2014

प्रापर्टी के लिए अपने रिश्तेदारों को उतारा मौत के घाट,कमला नगर की लूट ने खोला रहस्य

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।कमला नगर  में 28 नवंबर को डेढ़ करोड़ की लूट न हुई होती तो दोहरे कत्ल के राज से कभी भी पर्दा नहीं उठ पाता ,और न हीं आरोपी पुलिस के हथ्थे चढ़ते ।घटना 2012 की है जब बहन भाई को रहस्यमयी हालत में लापता मान लिया गया था।मगर कमला नगर में हुई डेढ़ करोड़ की लूट के गुनाहगारो को तलाशने और जमानत पर छूटे कुख्यात लुटेरों की लोकेशन से क्राईम ब्रांच को डबल मर्डर मिस्ट्री की पूरी स्क्रिप्ट हाथ लग गयी।
            मॉं –बाप की  मौत के बाद अनाथ हुये भाई बहन को मारने का आरोप किसी और पर नहीं,बल्कि सगे चाचा पर है,और सकी मद्द दिल्ली कैंट लूट केस के आरोपी भतीजे ने की थी।।दोनों क्राईम ब्रांच की गिरफ्त में है।इनके पास से पुलिस को पिस्टल मिली है। 
पुलिस सूत्रो के अनुसार कमला नगर में गार्ड की हत्या करके हुई डेढ़ करोड़ की लूट  को सुलझाने के लिए पुराने अपराधियों का रिकार्ड खगालते हुये पुलिस तीहाड़ जेल तक जा पहुंची  ,जहां पता चला कितने अपराधी जमानत चल रहे है। उन्हीं में प्रदीप वर्मा का नाम पता चला जो 2012 में हुई दिल्ली दिल्ली  कैंट का   आरोपी है और जमानत पर बाहर आया है।पुलिस के अधिकारी उसकी खोज में जुट गये। पुलिस उसे तलाशते हुये पप्न कलां,द्वारका के उस फ्लैट तक जा पहुंचे जहां प्रदीप इन दिनों रह रहा था। जबकि प्रदीप दिल्ली कैंट का रहने वाला है।
                              जब पुलिस ने पूरे मामले की पड़ताल की तो पता चला कि  इस मकान में पिढले साल दो भाई बहन 21 साल का राहुल और 23 साल की गुंजन रहती थी, लेकिन अब उनका की पता नहीं है।पुलिस को यह भी पता चला कि इन भाई बहन की मां का निधन 2007 में और पिता का 2012 में देंहात हो चुका है।जिसके बाद ये भाई बहन अनाथ हो गये।पिता के देंहात के बाद इनका चाचा सुरेश कुमार वर्मा अभिभावक बन कर उनके साथ रहने लगा। सुरेश कुमार वर्मा बतौर ड्राइवर क ट्रेवल एजेसीं में काम करता था।
मामले की पड़ताल करते हुये पुलिस दोनो भाई –बहनो का पता भी कर रही थी।पुलिस टीम ने जब सुरेश से सख्ती से पुछताछ की तो उसने पुलिस को बताया की जिस बस में वह डाइवर था उसे वह अमर कालेनी के गढ़ी लाजपत नगर के क्षेत्र में पार्क किया करता था।पिछले साल अक्टूबर में वह अपने भतीजे राहुल को रात में बुलाया और बस में गला घोंटकर उसकी हत्या कर दी और लाश को सीवर में डाल दिया।जो कि बहते हुये सरिता बिहार के ड्रोनेज में कुछ हफ्तों के बाद सड़-गल चुंकी स्थिती में मिला।उसकी पहंचान कर पाना मुश्किल था।इसके एक महिने बाद चाचा ने इसी तरह गुंजन की भी हत्या कर दी और सीवर में डाल दिया।क्राईम ने इस पूरे मामले को हल किया।
पुलिस पुछताछ में पता चला कि अपराधी सुरेश  वर्मा ने द्वारका स्थित फ्लैट पर कब्जा करने की नियत से अपने भतीजे राहुल और भतीजी  गुंजन की हत्या की।इस मकान की किमत तीस लाख के आस –पास है।इस अपराध में उसका साथ प्रदीप ने दिया था ।पुलिस ने दोनो को गिरफ्तार कर जेल में डाल दिया है।


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