नई दिल्ली,25 अप्रैल,आकाश द्विवेदी।संगीत, नृत्यए एवं नाटक की राष्ट्रीय अकादेमी-संगीत नाटक अकादेमी की महापरिषद की 20 अप्रैल को अगरतला, त्रिपुरा में सम्प न्न- बैठक में प्रदर्शन कला की मूर्धन्य विभूति । सी.वी. चंद्रशेखर को अकादेमी का रत्न- सदस्यी (अकादेमी फेलो) चुना गया। संगीत नाटक अकादेमी की रत्न 6 सदस्य्ता अकादेमी का सर्वोच्चम एवं विशिष्टक सम्मा न है जो एक अवधि में 40 गिनी चुनी कला विभूतियों तक ही सीमित रहता है। सम्प्रनति संगीत नाटक अकादेमी में 40 रत्ने सदस्यल हैं। अकादेमी की महापरिषद ने संगीत, नृत्यी, नाटक, पारम्पतरिक,लोक,जनजातीय संगीत, नृत्यम,रंगमंच और पुतुल कला और प्रदर्शन कलाओं में समग्र योगदान,विद्वत्ताम के क्षेत्र में वर्ष 2015 के संगीत नाटक अकादेमी पुरस्कार (अकादेमी अवार्ड) के लिए 43 कलाकारों का चयन किया। इन 43 कलाकारों में 2 संयुक्तर पुरस्काोर भी शामिल हैं।संगीत नाटक अकादेमी रत्नअ सदस्यकता (अकादेमी फेलो) 1954 से तथा अकादेमी पुरस्काषर (अकादेमी अवार्ड) वर्ष 1952 से दिये जा रहे हैं। ये सम्मावन न केवल राष्ट्री य स्तार पर उच्त् म गुणवत्ताे एवं उपलब्धियों के प्रतीक हैं अपितु कला जगत में प्रदर्शन, प्रशिक्षण एवं विद्वत्ताप के माध्य्म से उनके अथक योगदान की भी पहचान कराते हैं।
Monday, April 25, 2016
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