नई दिल्ली,26 अप्रैल,आकाश द्विवेदी।उत्तरी दिल्ली नगर निगम के नेता सदन विजय प्रकाश पाण्डेय ने निगम में पेपरलेस कार्यप्रणाली को ज्यादा से ज्यादा व्यवहार में लाने के संदर्भ में अपना वक्तव्य देते हुए कहा कि वर्तमान समय में हमारे देश के अधिकांश निजी व सरकारी संस्थाओं में ज्यादातर कार्य कागजरहित अर्थात् पेपरलेस किया जा रहा है और उत्तरी निगम को भी इस दिशा में धीरे-धीरे अग्रसर होना चाहिए। पेपरलेस कार्यप्रणाली से श्रमशक्ति, समय व धन की बचत, पर्यावरण के लिए मददगार होने के साथ महत्वपूर्ण बैठकों की सूचना साझा करने में भी बहुत आसानी होती हंै। विजय प्रकाश पाण्डेय ने कहा कि पूर्व में एकीकृत दिल्ली नगर निगम के समय सचिव कार्यालय द्वारा निगम सभाआंे, संवैधानिक, विशेष व तदर्थ समितियों की बैठकों की सूचना, सर्कूलर व एजेंडा ई-मेल के माध्यम से सभी पार्षदों को भेजा जाता था लेकिन निगम विभाजन के बाद यह सुविधा बंद कर दी गयी परंतु वर्तमान में सचिव कार्यालय को पुनः निर्देश दिए गए हैं कि सूचना प्रौधोगिकी विभाग से समन्वय स्थापित कर यह व्यवस्था एक महीने के अंदर पुनः लागू करें ताकि इसमें हो रहे फालतू खर्चों को कम से कम किया जा सके। पाण्डेय ने बताया कि निगम द्वारा उपरोक्त पर लगभग 60 लाख रूपये खर्च किए जा रहे हैं, वहीं पेपरलेस सुविधा देने के बाद इस खर्च को एक चैथाई पर लाया जा सकता है और इस तरह के अतिरिक्त खर्चों पर अंकुश लगाया जा सकता है। उन्होंने यह भी कहा निगम की अगली स्थायी समिति बैठक की सूचना व एजेंडा समिति सदस्यों को उनके ई-मेल पर भेज कर इस व्यवस्था की शुरूआत कर दी जाएगी।
Tuesday, April 26, 2016
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