Akash Dwivedi नई
दिल्ली,आकाश द्विवेदी। दक्षिणी दिल्ली नगर निगम शिक्षा के क्षेत्र में
एक बड़ा कदम उठाते हुए शिक्षा से वंचित बच्चों को निगम विद्यालयों तक लाने हेतु
विशेष अभियान की शुरूआत करने जा रहा है। यह स्कूल दाखिला अभियान 14 जून से चलेगा। इसके तहत विद्यालयों के
शिक्षक अपने क्षेत्र में स्कूल नहीं जाने वाले बच्चों के घर जाकर निकटतम निगम
विद्यालय में उनका दाखिला करवाएंगे और उनका नियमित विद्यालय जाना सुनिश्चित
करेंगे। दाखिले के लिए किसी भी दस्तावेज की आवश्यकता नहीं होगी।
शिक्षा समिति के अध्यक्ष, आशीष सूद ने शुक्रवार को आयोजित एक
प्रेस वार्ता में कहा कि जनगणना के अनुसार दिल्ली के लगभग 1.5 लाख बच्चे वर्तमान में शिक्षा के
अधिकार से वंचित हैं। शिक्षा विभाग दक्षिणी दिल्ली नगर निगम ने ‘नींव’ कार्यक्रम के तहत उन सभी बच्चों को स्कूलों तक लाने के लिए एक
विस्तृत अभियान चलाया है। इस कार्यक्रम के तहत 6 से 14 साल के बच्चें जो विद्यालय नहीं जा
रहें हैं, उनकी पहचान घर-घर जाकर की जायेगी।
अभिभावकों को बच्चों का पंजीकरण कराने की सुविधा उनके घर पर ही करा दी जायेगी। यह
विद्यालय उनके आवास के सबसे निकटवर्ती क्षेत्र में ही स्थित होगा जैसा कि शिक्षा
के अधिकार अधिनियम में वर्णित है।
सूद ने आगे बताया कि
निगम के 55 सौ शिक्षक और गैर सरकारी संस्थाओं के
तीन सौ सदस्य तथा रोटरी इंटरनेशनल भी 14 से 30 जून
तक इस कार्यक्रम में भाग लेंगे। हमारा यह प्रयास होगा कि विशेष रूप से
बालिकाओं तथा विशेष प्रकार के बच्चों को तथा मजदूरी कर रहे माता-पिता के बच्चों को
इस कार्यक्रम के तहत सम्मिलित किया जाये। इस कार्यक्रम में अनधिकृत कालोनियों, शहरीकृत गाँवों, झुग्गी-झोपड़ी बस्तियों, स्लम एरिया, री-सेटलमेंट कालोनियों सहित अन्य
क्षेत्रों को सम्मिलित किया जायेगा। निगम के इस प्रयास में शिक्षकों और गैर सरकारी
संस्थाओं के सदस्यों के अलावा सांसद, विधायक, निगम के महापौर, स्थायी समिति के अध्यक्ष, सदन और विपक्ष के नेता और अधिकारीगण
सम्मिलित होंगे।