Thursday, June 5, 2014

नशेड़ियों का अड्डा बनता जा रहा है, भूमिगत पैदल पार पथ

नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।दिल्ली का दिल कहे जाने वाले कनाट पैलेस के चारो ओर सरकार ने लोगों की सुविधा के लिये भूमिगत पैदल पार पथ (सब-वे) तो बनवा रखे है,लेकिन अधिकतर पैदल सड़क पार करते लोग सब-वे का इस्तेमाल नहीं कर पाते। ऐसा इसलिए है कि इन भूमिगत
पैदल पार पथ की स्थिति ठीक नहीं है।इन सब-वे में न तो पर्याप्त लाइटों का प्रबंध है और न ही सुरक्षाकर्मी दिखते हैं।रात के समय जब तेज वाहन सड़को पर फर्राटा भरते है और यातायात पुलिस के कर्मचारी भी नजर नही आते है तो लोगों को मजबूरीवस इन सब-वे का सहारा लेना पड़ता है,लेकिन रात को इन सब-वे को पार करना लोंगों के लिये जोखीम भरा होता है ।जिसका कारण हैं शाम होते ही सब-वे पर नशेड़ियों और असामाजिक तत्वों का कब्जा हो जाता है।ये नशेड़ियों और असामाजिक तत्व  सब-वे में गंदगी फैलाते हैं।लोगों को हमेशा डर लगा रहता है कि किसी दिन कोई वारदात न हो जाये। सब-वे की सुरक्षा को लेकर इस्से संबंधित विभागों का ध्यान इस ओर बिल्कुल नहीं है।
                 इसके साथ ही दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों में बने भूमिगत पैदल पार पथ की स्थिति भी ठीक नहीं है। न तो पर्याप्त लाइटों का प्रबंध है और न ही सुरक्षाकर्मी दिखते हैं।आजादपुर मंडी स्थित सब- वे में न तो रोशनी का उचित प्रबंध है और न ही सुरक्षाकर्मी। इस सब वे के गेट की रेलिंग टूटी गयी है। इमरजेंसी लाइटें भी कई माह से खराब पड़ी हैं। अंदर की एकमात्र हल्की टयूब जलती दिखाई देती है।बाहरी रिंग रोड पर पावर हाउस के पास स्थित सब-वे की स्थिति भी खराब है। रात तो दूर,यहां दिन में भी अंधेरा बना रहता है। इसके चलते लोग सब-वे का इस्तेमाल नहीं करते। जबकि पास ही रोहिणी कोर्टज्ञान-विज्ञान प्रयोगशाला समेत कई महत्वपूर्ण दफ्तर है। बावजूद इसके रखरखाव पर ध्यान प्रशासन का ध्यान नहीं है।कमोबेस सरस्वती विहार स्थित बने सब-वे की स्थिति भी ठीक नहीं है। असामाजिक तत्वों की ओर से फैलाई गंदगी से लोग इधर से गुजरने से कतराते हैं। अगर कोई निकल भी जाए तो उसे नाक पर रूमाल रखनी पड़ती है।

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