नई दिल्ली,आकाश द्विवेदी।देश की राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के प्रमुख रेलवे स्टेशन नई दिल्ली स्टेशन को विश्व स्तरीय स्टेशन बनाने की योजना आज तक पूरी नहीं हो पायी ,अधिकारियों को ढुलमुल रवैये के कारण यात्रियों की सुविधा वाली यह योजना परवान नहीं चढ़ सकी, यात्रियों की सुविधा के लिये इस योजना पर तत्काल पहल शुरू हो जानी चाहिए थी। इस समय स्टेशन के जर्जर पड़े फुट ओवरब्रिज कई जगह से टूटने लगे हैं ।कई जगह तो सिढियों के किनारे भी चुट गये है,जिसके कारण कई बार तो यात्री फिसल कर गिर जाते है। जो रेल प्रशासन सिड़ियों की मरमत नही कर सकता है उससे करोड़ों रुपये की लागत से अंडरपास बनाने की योजना की परवान चढ़ने की उम्मीद कैसे की जाए। नतीजन रेलवे की इस महत्वकांछी योजना को ठंडे बस्ते में डाल गया है।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की सुविधा के लिये अंडरपास बनाने की योजना करीब साढ़े चार साल पहले ही रेलवे प्रशासन ने तैयार कर ली थी। इस अंडरपास को फुट ओवरब्रिज को यात्री और मालवाहक वाहनों के आवागमन के विकल्प के रूप में देखा जा रहा था।
अगर नई दिल्ली रेलवे स्टेशन अंडरपास बन गया होता तो इससे सबसे ज्यादा फायदा बुजुर्ग व बीमार यात्रियों के साथ सामान लेकर ट्रेन पकड़ने प्लेटफार्म पर जाने वाले यात्रियों को होता। क्योंकि इससे यात्रियों को सीढि़यां चढ़ने-उतरने की परेशानी दूर हो जाती। साथ ही पार्सल ले जाने वाले यात्रियों को भी आसानी होती। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर लगभग हर दिन पांच लाख से अधिक यात्रियों का आवागमन होता है।
इस सन्दर्भ में जानकारों का कहना है कि स्टेशन पर अंडरपास बन जाने से सरकार को भी राजस्व का फायदा होता। इस अंडर पास के बनने से लोग बिना फुट ओवरब्रिज पर चढ़े प्लेटफार्म तक पहुंच जाते। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अंडरपास बनने के विषय में रेलवे अधिकारियों का कहना है कि पैसे की कमी के कारण योजना को अमली जामा पहनाने में देरी जरूर हो रही है, लेकिन इसे खत्म नहीं किया गया है। हमारी कोशिश हैं कि जल्द ही नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अंडरपास का काम शुरू हो।
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