Thursday, May 12, 2016

कुमार विश्वास नशे के नाम पर पंजाब को बदनाम करने से पहले दिल्ली के बारे सोचे

नई दिल्ली,12 मई ,आकाश द्विवेदी। आम आदमी पार्टी के नेता कुमार विश्वास द्वारा पंजाब में नशे के बारे में निकाले गये गीत को शिरोमणी अकाली दल दिल्ली ईकाई ने आम आदमी पार्टी की सिख विरोधी मानसिकता से जोड़ा है। दल के प्रवक्ता परमिन्दर पाल ने विश्वास को पंजाब के नशो की बात करने से पहले दिल्ली में खुलेआम बिक रहे गुटका तथा अन्य नशीले पदार्थो के साथ ही दिल्ली एन.सी.आर. में रोजाना होटलो, कोठीयों तथा फार्म हाऊसो में हो रही रेव पार्टीयों के बारे में भी गीत लिखने की सलाह दी है। 

उन्होंने कहा  कि दिल्ली में बेशक आंखों में धूल झोंकने की लिए गुटके की बिक्री पर सरकारी तौर पर रोक लगी हुई है पर पूरी दिल्ली में सारा नशे का सामान खुलेआम बिकने का नशेड़ीयों द्वारा दावा किया जाता है। इस संबंध में उन्होंने 25 नवम्बर 2015 को दिल्ली विधानसभा के शीतकालीन सत्र में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया द्वारा विधायिका अल्का लांबा के सवाल के जवाब में दिल्ली के रैन बसेरों में 402 लोगों की नशे के अधिकतम सेवन के कारण हुई मौतों को मानने के दिये गये ब्यान का भी हवाला दिया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में ज्यादातर रैन बसेरे 3-4 महीने चलते हैं अगर इस दौरान 402 मौतों को दिल्ली सरकार प्रमाणित करती है तो पूरे साल के आंकड़े कितने भयानक होंगे। 

दिल्ली के नशे को नजरअंदाज करके पंजाब के नौजवानों को बदनाम करने की मुहिम चलाने का भी उन्होंने आप पार्टी पर दोष लगाया। जारी हुए गीत के वीडियो की बात करते हुए उन्होंने बताया कि कुमार विश्वास ने एक साबत-सूरत सिख नौजवान किसान को नशा करता हुआ दिखा कर नौजवान पंजाबियों के भविष्य की तरक्की की राह में कांटे बीज दिये हैं। क्योंकि सिख विरोधी टोली के इस कथित गीत के बाद पंजाब के नौजवानों को फौज की भर्ती तथा अन्य नौकरीया प्राप्त करने के लिए जाते समय अब शक की निगाह से देखा जायेगा। जबकि ऐम्स की हालिया रिपोर्ट में पंजाब की 2.77 करोड़ आबादी में से नशेड़ीयों की तादात 0.66 फीसदी होने का खुलासा सामने आया है जिसका मतलब है कि पंजाब में कुल मिलाकर 16 हजार नशे के आदी लोग हैं।
 
उन्होंने कहा कि गीत की वीडियो को भारतीय सैंसर बोर्ड से पास ना करवाकर कैनेडा के एन.जी.ओ. कपसूंसाण्बं से दिल्ली में नगर निगम के हो रहे उपचुनाव की लागू चुनाव आचार संहिता के दौरान दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल द्वारा बिना दिल्ली चुनाव आयोग से मन्जूरी लिये जारी करवाना कई सवालो तथा कानूनी नुक्तो को जन्म दे रहा है। उन्होंने केजरीवाल के मुख्यमंत्री बनने के बाद दिल्ली में  महिलाओं के लिए मयूर विहार में अलग शराब का ठेका, दिल्ली के हर माॅल में तीन शराब के ठेके खोलने के साथ ही रिहायशी काॅलोनियों में 500 नये शराब के ठेके खुलने का खुलासा करते हुए नये लगभग 250 रैस्टोरेन्टो को बार का लाईसेंस मिलने का भी दावा किया। उन्होंने सवाल किया कि दिल्ली में शराब की नदिया बहाने वाले क्या पंजाब के नशे के बारे में बात करने का हक रखते हैं। 

उन्होंने बताया कि पंजाब आज भी गेहूं, चावल, मशरूम, धागा, हौजरी, ट्रैक्टर एवं कार्बाईन हारवेस्टर के उत्पादन में नम्बर 1 होने के साथ ही पूरे देश की 80 फीसदी साईकिल बनाता है। बीते दिनों फौज की पंजाब में हुई भर्ती में हिस्सा लेने आये 10 हजार से अधिक नौजवानों के हुए डोप टेस्ट में पंजाब के एक भी नौजवान का नशे का सैम्पल पाॅजीटिव ना आना भी पंजाब की कायम जवानी को ब्यान करता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस द्वारा 1980 में पंजाब को बदनाम करने के चलाये गये अभियान पर अब आप पार्टी कदमताल करने की कोशिश कर रही है पर पंजाब की जनता इन पंजाब विरोधी ताकतों को 2017 में मुंहतोड़ जवाब देगी। 

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