Monday, May 2, 2016

मच्छरजनित बीमारियों के एहतियात और नियंत्रण के लिए विशेष परामर्श जारी हुआ



        नई दिल्ली,2 मई,आकाश द्विवेदी।दक्षिणी दिल्ली नगर निगम के आयुक्त डाॅ. पुनीत कुमार गोयल ने दिल्ली में मच्छरजनित बीमारियों के लिए एहतियात और नियंत्रण से संबंधित विशेष परामर्श जारी किया है। उन्होंने स्रोत पर ही मच्छरों के प्रजनन को रोकने पर बल दिया है और स्पष्ट किया है कि इन बीमारियों के एहतियात और नियंत्रण के लिए प्रजनन में काफी कमी लाना ही कारगर कदम है। एहतियात और नियंत्रण इसलिए भी जरूरी हो गया है क्योंकि डेंगू और चिकनगुनिया का पूरी तरह स्पष्ट उपचार नहीं है। ऐसे मच्छरों का प्रजनन डेजर्ट कूलरबिना ढके पानी के भंडार और बर्तनों तथा पुराने टायरों में पानी जमा होने के कारण होता है। वर्षा के मौसम में इस प्रकार के जलभराव की संभावना बढ़ जाती है। श्री गोयल ने कहा कि पिछले वर्ष के आंकड़ों से पता चलता है कि डेंगू के 65 प्रतिशत मामले 15 से 45 वर्ष आयु वर्ग से संबंधित थेइसलिए स्कूलोंकाॅलेजों और कार्यालयों में मच्छरों के प्रजनन पर विशेष ध्यान दिये जाने की जरूरत है। डाॅ. गोयल ने शिक्षा संस्थाओं और कार्यालयों के विभागाध्यक्षों से मच्छरों के प्रजनन पर नियंत्रण करने में सहयोग देने को कहा है। दिल्ली में स्वास्थ्य क्षेत्र की विभिन्न एजेंसियों ने राजधानी के विभिन्न भागों में मच्छरों के प्रजनन पर जानकारी देते हुए इस पर गहरी चिंता व्यक्त की है। आयुक्त ने सभी शिक्षण संस्थाओं और कार्यालयों के विभागाध्यक्षों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि छत पर तथा अन्य स्थानों पर पानी की टंकियों को ढक कर रखेंअपने घरों/कार्यालयों में आस-पास पानी जमा न होने देंसभी कूलरों को सप्ताह में एक बार अवश्य साफ करें और दोबारा भरने से पहले सुखा लेंजिन कूलरों को साफ नहीं किया जा सकता उनमें टेमिफास ग्रेन्यूल्ज़/पेट्रोल डालें। खाली व बेकार टूटी बोतलें कपगमले तथा टायर खुले में न छोड़ेंजल जमाव वाले स्थलों पर केरोसिन/पेट्रोल/डीजल डाल दें ताकि मच्छरों की उत्पत्ति न हो। पानी को बेकार बहने न दें और प्रजनन की जाँच करने वाले दल को निरीक्षण करने से मना न करें।

0 comments:

Post a Comment